विधानसभा नई दिल्ली, 23 जून 2025 – देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा उपचुनावों के नतीजे आ चुके हैं और इन नतीजों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। पंजाब से लेकर गुजरात, केरल से पश्चिम बंगाल तक – हर जगह अलग-अलग तस्वीर सामने आई, लेकिन एक बात तय रही – राजनीतिक दल अब 2027 के आम चुनावों की तैयारी में पूरी ताकत झोंकने वाले हैं।
🟣 केजरीवाल ने लगाई अटकलों पर ब्रेक – “राज्यसभा नहीं जा रहा”
पंजाब की लुधियाना वेस्ट सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजीव अरोड़ा की धमाकेदार जीत के बाद चर्चा थी कि अब अरविंद केजरीवाल राज्यसभा जाएंगे। लेकिन खुद केजरीवाल ने इस पर विराम लगाते हुए साफ कहा:
“कई बार ऐसी बातें उठती हैं, लेकिन मैं एक बार फिर कह रहा हूं – मैं राज्यसभा नहीं जा रहा। पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति तय करेगी कि किसे भेजना है।”
इस बयान के साथ ही पार्टी के भीतर और बाहर चल रही तमाम अटकलें थम गई हैं।

✅ गुजरात में AAP की बड़ी छलांग – गोपाल इटालिया चमके
गुजरात के जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट पर आम आदमी पार्टी के गोपाल इटालिया ने बीजेपी के कद्दावर नेता किरीट पटेल को 17,554 वोटों से हरा दिया। कांग्रेस यहां तीसरे नंबर पर रही।
ये वही गोपाल इटालिया हैं जो 2022 में सूरत की कटारगाम सीट से हार गए थे। लेकिन इस बार उन्होंने दमदार वापसी की और 75,942 वोटों के साथ जीत दर्ज की – यह आंकड़ा AAP के पिछले प्रदर्शन से भी बेहतर रहा।
वहीं, मेहसाणा की कड़ी सीट पर बीजेपी ने अपनी पकड़ कायम रखते हुए राजेंद्र चावड़ा को जिताया, जिन्होंने कांग्रेस और AAP दोनों को पीछे छोड़ा।
🔴 कांग्रेस को झटका – गुजरात अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा
गुजरात में लगातार हार से आहत होकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह कांग्रेस के लिए एक और बड़ा झटका है।
🌾 पंजाब में संजीव अरोड़ा की शानदार जीत
पंजाब की लुधियाना वेस्ट सीट पर आम आदमी पार्टी को बड़ी सफलता मिली है। यहां से सांसद संजीव अरोड़ा ने जीत का परचम लहराया। यह सीट AAP विधायक गुरप्रीत बसी गोगी के निधन के बाद खाली हुई थी।

यह मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा, जिसमें चार प्रमुख दल आमने-सामने थे:
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AAP – संजीव अरोड़ा
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कांग्रेस – भारत भूषण आशु
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बीजेपी – जीवन गुप्ता
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अकाली दल – परुपकार सिंह घुम्मन
🌴 केरल में कांग्रेस की वापसी – नीलांबुर सीट छिनी
केरल की नीलांबुर सीट पर कांग्रेस ने CPI(M) से सीट छीन ली। आर्यादन शौकत ने CPI(M) के एम स्वराज को करीब 10,000 वोटों से हराया।
यह सीट CPI समर्थित निर्दलीय विधायक पी वी अनवर के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। यह कांग्रेस की उस रणनीति की जीत मानी जा रही है, जिसमें उन्होंने इस उपचुनाव को राज्य सरकार के खिलाफ जनमत संग्रह की तरह लड़ा।
इस जीत से कांग्रेस के प्रदेश नेता वी.डी. सतीशन और नए अध्यक्ष सनी जोसेफ की स्थिति और मजबूत हो गई है।
🌾 पश्चिम बंगाल – TMC की ‘परिवारिक’ जीत
कालिगंज सीट पर TMC की अलीफा अहमद ने शानदार जीत दर्ज की। ये सीट उनके पिता और पूर्व विधायक नसीरुद्दीन अहमद के निधन के बाद खाली हुई थी।
अलीफा ने 49,755 वोटों की भारी बढ़त के साथ जीत हासिल की।
TMC को 55%, बीजेपी को 28%, और कांग्रेस को 15% वोट मिले।
यहां दिलचस्प बात यह रही कि भले ही TMC ने सीट बचा ली, लेकिन बीजेपी और कांग्रेस-CPIM गठबंधन के वोट प्रतिशत में भी इज़ाफा हुआ – जो 2027 के लिए संकेत देता है।

🔎 ये उपचुनाव क्यों हुए?
राज्य | सीट | कारण |
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गुजरात | विसावदर | AAP विधायक भूपेंद्र भयानी BJP में चले गए |
गुजरात | कड़ी | BJP विधायक करशन सोलंकी का निधन |
केरल | नीलांबुर | पी वी अनवर का इस्तीफा |
पश्चिम बंगाल | कालिगंज | TMC विधायक नसीरुद्दीन अहमद का निधन |
पंजाब | लुधियाना वेस्ट | AAP विधायक गुरप्रीत गोगी का निधन |
🧾 अंत में – चुनावों से निकले क्या संकेत?
इन उपचुनावों ने साफ कर दिया है कि राजनीतिक जमीन खिसक रही है, समीकरण बदल रहे हैं और विपक्ष धीरे-धीरे नए रंग में ढल रहा है।
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गुजरात में AAP की एंट्री ने BJP को कड़ी टक्कर दी है। विधानसभा
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केरल में कांग्रेस की वापसी ने LDF की चिंता बढ़ाई है।
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बंगाल में TMC मजबूत दिख रही है, लेकिन विपक्ष भी अब सजग है।
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पंजाब में AAP का ग्राउंड वर्क काम कर रहा है।
🔜 2027 का महासंग्राम अब ज़्यादा रोचक और प्रतिस्पर्धी होने जा रहा है।