संजय कपूर की नेट वर्थ: करिश्मा कपूर के पूर्व पति की कुल संपत्ति थी $1.2 बिलियन, जानें फोर्ब्स की सूची में उनकी रैंकिंग
बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति और मशहूर उद्योगपति संजय कपूर का हाल ही में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। चौंकाने वाली बात यह रही कि यह दिल का दौरा उन्हें एक मधुमक्खी निगलने के बाद आया। यह घटना लंदन में गुरुवार को हुई, जहां वे अपने परिवार के साथ मौजूद थे। संजय कपूर की उम्र 55 वर्ष थी।

संजय कपूर की कुल संपत्ति और फोर्ब्स रैंकिंग
फोर्ब्स के अनुसार, संजय कपूर की कुल संपत्ति 2025 में $1.2 बिलियन यानी लगभग ₹10,300 करोड़ थी। इस आंकड़े के साथ वे दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में 2703वें स्थान पर थे। उनकी कंपनी Sona Comstar का मार्केट वैल्यू कुछ महीने पहले तक ₹40,000 करोड़ से अधिक आंका गया था।
Sona Comstar ऑटोमोबाइल पार्ट्स बनाने वाली एक प्रमुख कंपनी है, जिसकी स्थापना संजय कपूर के पिता सुरिंदर कपूर ने 1997 में की थी। 2015 में उनके पिता के निधन के बाद संजय ने कंपनी की कमान संभाली थी। कंपनी का संचालन भारत के अलावा चीन, अमेरिका, मेक्सिको और सर्बिया जैसे नौ देशों में फैक्ट्रीज़ के जरिए होता था। यह कंपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) क्रांति में भी अग्रणी भूमिका निभा रही थी, और विश्व की शीर्ष 10 ऑटोमोबाइल कंपनियों में से 7 को पुर्जे सप्लाई करती थी।
पारिवारिक जीवन
संजय कपूर का निजी जीवन भी हमेशा चर्चा में रहा। उन्होंने 2003 में एक भव्य समारोह में करिश्मा कपूर से शादी की थी। इस शादी से उनके दो बच्चे हुए — समायरा और कियान। हालांकि यह विवाह 2016 में तलाक के साथ खत्म हुआ। इसके बाद संजय ने पूर्व मॉडल प्रिया सचदेव से विवाह किया। प्रिया से उन्हें एक बेटा, अज़ारियस हुआ, और संजय ने प्रिया के पिछले विवाह से हुई बेटी को भी अपनाया था।

संजय और प्रिया का पारिवारिक जीवन सोशल मीडिया पर भी दिखाई देता रहा, जहां दोनों अक्सर बच्चों के साथ छुट्टियों और पारिवारिक समारोहों की तस्वीरें साझा करते थे। एक यूट्यूब चैनल Indian Silicon Valley को दिए इंटरव्यू में संजय ने कहा था कि वे “विश्वास और सम्मान” को अपने जीवन के सबसे अहम मूल्यों में मानते हैं। उन्होंने यह भी साझा किया कि वे और उनकी पत्नी प्रिया “अच्छे माता-पिता बनने के लिए पैरेंटिंग कोचिंग सेशन” ले रहे हैं।
उन्होंने blended family (मिश्रित परिवार) के बारे में बात करते हुए कहा था, “यह हमेशा आसान नहीं होता जब आपका परिवार मिश्रित होता है। लेकिन हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारे पास एक ऐसा सिस्टम है जहां हम सभी एक-दूसरे से प्यार करते हैं और मिल-जुलकर रहते हैं। मैं चाहता हूं कि यह सब हमारी और मेरी पत्नी की जिंदगी के बाद भी जारी रहे।”

नेतृत्व और योगदान
संजय कपूर केवल एक व्यवसायी नहीं, बल्कि एक दूरदर्शी नेता भी थे। उनकी कंपनी Sona Comstar की तरफ से उनके निधन पर एक भावुक बयान जारी किया गया जिसमें उन्हें “दूरदर्शी और करुणामय” बताया गया। कंपनी ने कहा, “उनके मार्गदर्शन ने Sona Comstar को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुँचाया। उनका दृष्टिकोण, मूल्य और उत्कृष्टता के प्रति समर्पण कंपनी के लिए एक स्थायी विरासत बन चुका है।”
सामाजिक योगदान
संजय केवल व्यापारिक क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्रों में भी सक्रिय थे। उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों से कुछ हटकर एक 10 साल की योजना बनाई थी, जिसमें वे व्यक्तिगत और सामाजिक पहलुओं पर ध्यान दे रहे थे। वे The Doon School के बोर्ड में थे, एक पोलो टीम चलाते थे, CII (Confederation of Indian Industry) के नॉर्दर्न रीजन के चेयरपर्सन थे, और The Young Business Leaders Forum तथा भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए एक थिंक टैंक के साथ काम कर रहे थे।
अंतिम संस्कार की तैयारी
उनकी अंतिम यात्रा को लेकर उनके ससुर अशोक सचदेव ने NDTV से बात करते हुए बताया, “पोस्टमार्टम अभी चल रहा है। जैसे ही सभी जरूरी कागजी कार्यवाही पूरी हो जाएगी, उनके पार्थिव शरीर को भारत लाया जाएगा जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।”

निष्कर्ष
संजय कपूर का जीवन एक प्रेरणा है—उन्होंने व्यवसाय, पारिवारिक जीवन और सामाजिक जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाए रखा। उनकी अचानक हुई मृत्यु ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि भारतीय उद्योग जगत को भी गहरा झटका दिया है। अपने पीछे वे एक सफल व्यवसाय, मजबूत पारिवारिक संबंध, और प्रेरणादायक दृष्टिकोण की स्थायी विरासत छोड़ गए हैं।
उनकी इस विरासत को हमेशा याद किया जाएगा।