G7 समिट 2025 लाइव अपडेट्स: ईरान कभी परमाणु हथियार नहीं रख सकता – G7 का संयुक्त बयान, grow and fall

G7 समिट 2025 लाइव अपडेट्स: ईरान कभी परमाणु हथियार नहीं रख सकता – G7 का संयुक्त बयान, पीएम मोदी का कनाडा और क्रोएशिया दौरा प्रमुख

कनानास्किस, कनाडा से बड़ी खबर | 17 जून 2025: G7 समिट 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जी7 समिट 2025 में भाग लेने के लिए कनाडा पहुंचे हैं। यह दौरा पीएम मोदी की पिछले दस वर्षों में कनाडा की पहली यात्रा है और इसके तुरंत बाद वे क्रोएशिया का दौरा करेंगे। इस ऐतिहासिक दौरे और जी7 समिट से कई अहम वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हो रही है।

g7
g7

🔴 G7 का बड़ा बयान: “ईरान कभी परमाणु हथियार नहीं रख सकता” G7 समिट 2025

जी7 देशों के नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि, “हम स्पष्ट रूप से दोहराते हैं कि ईरान को कभी भी परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती।” यह बयान इज़राइल द्वारा हाल ही में ईरान पर किए गए ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के बाद आया है।

बयान में यह भी कहा गया कि जी7 देश इज़राइल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करते हैं और पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में तत्काल तनाव कम करने की आवश्यकता है।

🇮🇳 पीएम मोदी की ऐतिहासिक कनाडा यात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी द्वारा विशेष रूप से जी7 समिट में गेस्ट कंट्री प्रतिनिधि के रूप में आमंत्रित किया गया है। कार्यवाहक भारतीय उच्चायुक्त चिन्मय नायक ने बताया, “यह लगातार छठी बार है जब भारत जी7 में आमंत्रित किया गया है, जो वैश्विक मंच पर भारत के महत्व को दर्शाता है।”

उन्होंने कहा कि भारत जी7 में ऊर्जा सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नवाचार, क्वांटम टेक्नोलॉजी, और वैश्विक शांति जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखेगा।

🇨🇦 कनाडा से भारत के रिश्तों में नई उम्मीद

कनाडा की एमएलए डलास ब्रॉडी ने पीएम मोदी के दौरे का स्वागत करते हुए कहा, “भारत एक महान लोकतांत्रिक देश है और कनाडा को भारत के साथ अच्छे संबंधों से सिर्फ लाभ ही मिलेगा।” उन्होंने उम्मीद जताई कि यह दौरा भारत-कनाडा व्यापार और राजनीतिक रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

🇭🇷 पीएम मोदी का क्रोएशिया दौरा: यूरोप-मिडिल ईस्ट-भारत व्यापार रूट पर चर्चा G7 समिट 2025

पीएम मोदी बुधवार को क्रोएशिया का दौरा करेंगे — यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली आधिकारिक यात्रा है। यह दौरा जी7 के बाद किया जा रहा है और इसमें यूरोप, मध्य पूर्व और भारत को जोड़ने वाले संभावित व्यापार मार्ग पर प्रमुखता से चर्चा होगी।

क्रोएशियाई अखबार Vecernji List ने रिपोर्ट किया कि यह प्रस्तावित व्यापार मार्ग चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के जवाब में एक रणनीतिक निवेश हो सकता है।

g7
g7

👥 कांग्रेस का तंज: “हग्लोमैसी को झटका”

जी7 समिट से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक दिन पहले प्रस्थान करने पर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए इसे “हग्लोमैसी को झटका” बताया। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि अमेरिका द्वारा पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर को आमंत्रित करना और मोदी सरकार की चुप्पी सवाल खड़े करती है।

⚠️ ट्रंप ने बीच में छोड़ा जी7 समिट, कहा – “तेहरान के लोग भाग जाएं”

तेहरान और इज़राइल के बीच बढ़ते तनाव के चलते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जी7 समिट को निर्धारित कार्यक्रम से पहले ही छोड़ दिया। व्हाइट हाउस ने पुष्टि की कि ट्रंप ने सोमवार रात को शिखर सम्मेलन छोड़ दिया क्योंकि वे मध्य पूर्व में उत्पन्न संकट को लेकर चिंतित थे।

🌍 एजेंडे से बाहर हुए विषय: जलवायु, लैंगिक समानता, गरीबी

इस बार के जी7 समिट में जलवायु परिवर्तन, लैंगिक समानता, जैव विविधता, और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को एजेंडा से बाहर रखा गया है, जो पिछले समिट्स का प्रमुख हिस्सा रहे हैं। इसका कारण ट्रंप की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए समिट का एजेंडा तय किया जाना बताया जा रहा है।

💼 व्यापारिक विवाद पर अमेरिका को घेरा

जी7 नेताओं ने अमेरिका के टैरिफ और व्यापार युद्ध को लेकर ट्रंप पर दबाव बनाया। जर्मन अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका की संरक्षणवादी नीतियां अंततः चीन को ही फायदा पहुंचाएंगी। हालांकि ब्रिटेन ने अमेरिका के साथ नया व्यापार समझौता कर इन टैरिफ्स से बचने की दिशा में कदम बढ़ाया है।

🤝 ट्रंप-मैक्रों की लंबी बातचीत G7 समिट 2025

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और डोनाल्ड ट्रंप ने जी7 समिट से पहले एक विस्तृत चर्चा की जिसमें टैरिफ, मध्य पूर्व और यूक्रेन की स्थिति पर बात हुई। हालांकि बातचीत के नतीजों पर कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है।

G7 समिट 2025
g7

निष्कर्ष

जी7 समिट 2025 इस बार सिर्फ आर्थिक और तकनीकी मुद्दों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि वैश्विक संकटों — जैसे ईरान-इज़राइल तनाव और अमेरिका के व्यापारिक नीतियों — ने इसकी दिशा तय की। भारत की मौजूदगी और प्रधानमंत्री मोदी के दौरे ने भारत की वैश्विक भूमिका को और अधिक स्पष्ट किया। आगामी दिनों में क्रोएशिया दौरे से भारत और यूरोपीय संघ के रिश्तों को नई ऊर्जा मिलने की संभावना है।

Home

pls visit site

Leave a Comment