कैंटरबरी में खेले जा रहे पहले अनौपचारिक टेस्ट मैच के दूसरे दिन इंडिया ए ने बल्ले और गेंद दोनों से अपना दबदबा जमाया। मैच के दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण रहा स्पिनर हर्ष दुबे और तेज़ गेंदबाज़ अंशुल कम्बोज की धारदार गेंदबाज़ी, जिसने इंग्लैंड लॉयंस को बैकफुट पर धकेल दिया। वहीं करुण नायर की शानदार दोहरी शतकीय पारी ने इंडिया ए को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। इंडिया ए के स्पिनर हर्ष दुबे ने इंग्लैंड लॉयंस के बल्लेबाज़ एमिलियो गे को आउट कर दूसरे दिन लॉयंस को दूसरा झटका दिया। यह चार दिवसीय अनौपचारिक टेस्ट मैच कैंटरबरी में शनिवार को खेला जा रहा है। बेन मैककिनी को तेज़ गेंदबाज़ अंशुल कम्बोज ने क्लीन बोल्ड किया। कम्बोज का यह स्पेल काफी प्रभावशाली रहा, जिसमें उन्होंने सटीकता और अच्छी स्विंग के साथ गेंदबाज़ी की।
इंडिया ए की पहली पारी: करुण नायर का क्लास और संयम का मेल कैंटरबरी
पहले दिन से ही करुण नायर ने जिस तरह से बल्लेबाज़ी की, उसने उन्हें एक बार फिर चर्चा में ला दिया है। जब कप्तान अभिमन्यु ईश्वरन छठे ओवर में मात्र 8 रन बनाकर आउट हो गए, तो करुण नायर मैदान में उतरे। पहले तो उन्होंने पिच और गेंदबाज़ी के हालात को परखा, लेकिन जैसे ही सूरज निकला और मौसम अनुकूल हुआ, नायर ने अपने स्ट्रोक्स की झलक दिखानी शुरू कर दी।
यशस्वी जायसवाल ने शुरुआत में आक्रामक रुख अपनाया, लेकिन लंच से ठीक पहले एक गैरज़रूरी शॉट खेलकर आउट हो गए। इसके बाद करुण नायर और सरफराज़ खान ने पारी को स्थिरता दी और लॉयंस के गेंदबाज़ों को कोई राहत नहीं दी। नायर ने अपनी पारी में ड्राइव, कट, पुल, रिवर्स स्वीप और इनसाइड-आउट जैसे कई आकर्षक शॉट खेले।नायर ने 281 गेंदों में 204 रन बनाए, जिसमें 26 चौके और 1 छक्का शामिल था। यह उनका 24वां फर्स्ट क्लास शतक था, जिसे उन्होंने दोहरे शतक में तब्दील कर चयनकर्ताओं को एक मजबूत संदेश दिया। उनके साथ सरफराज़ खान ने भी 92 रनों की दमदार पारी खेली और फिर ध्रुव जुरेल ने नाबाद 82 रन बनाकर टीम को 557 रनों के विशाल स्कोर तक पहुंचाया। सरफराज़ और नायर के बीच 181 रन और फिर नायर और जुरेल के बीच 177 रन की अटूट साझेदारी रही।
गेंदबाज़ों का जलवा: अंशुल और हर्ष की घातक गेंदबाज़ी कैंटरबरी
जब इंग्लैंड लॉयंस की बल्लेबाज़ी शुरू हुई, तो इंडिया ए के गेंदबाज़ों ने भी अपनी चमक बिखेरी। तेज़ गेंदबाज़ अंशुल कम्बोज ने बेन मैककिनी को शानदार गेंद पर क्लीन बोल्ड किया। कम्बोज का स्पेल तेज़, सटीक और स्विंग से भरपूर रहा। उन्होंने बल्लेबाज़ों को लगातार परेशान किया और मौके बनाए।
इसके बाद स्पिनर हर्ष दुबे ने एमिलियो गे को आउट कर इंग्लैंड लॉयंस को दूसरा झटका दिया। दुबे की गेंदबाज़ी में संयम और चतुराई देखने को मिली। उन्होंने बल्लेबाज़ों को अपनी लेंथ से छकाया और विकेट निकालने में सफलता पाई।
दूसरे दिन चाय के सत्र के बाद इंग्लैंड लॉयंस का स्कोर 152/2 था और वे अभी भी 405 रनों से पीछे चल रहे थे।
क्या करुण नायर को मिलेगी टेस्ट टीम में जगह? कैंटरबरी
करुण नायर की इस पारी के बाद एक बार फिर यह बहस तेज़ हो गई है कि क्या उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया जाना चाहिए। 33 वर्षीय नायर ने 2016 में इंग्लैंड के ही खिलाफ चेन्नई टेस्ट में तिहरा शतक जड़ा था, लेकिन उसके बाद से वे टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं।
अब जब विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज संन्यास ले चुके हैं, तो भारतीय चयनकर्ताओं के पास अनुभव और तकनीकी बल्लेबाज़ों की ज़रूरत है। विदर्भ के लिए शानदार प्रदर्शन के चलते नायर को इस इंग्लैंड दौरे पर भारत की 18 सदस्यीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया है।
अगर भारत पांच टेस्ट मैचों की इस सीरीज में एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ को रविंद्र जडेजा के साथ खिलाने का फैसला करता है, तो नायर नंबर 6 के लिए एक मजबूत दावेदार हो सकते हैं।
निष्कर्ष
इंडिया ए ने इस अनौपचारिक टेस्ट मैच के पहले दो दिनों में स्पष्ट रूप से अपना दबदबा स्थापित किया है। करुण नायर की दोहरी शतकीय पारी और गेंदबाज़ों के सामूहिक प्रयास ने टीम को मज़बूत स्थिति में पहुंचा दिया है। तीसरे दिन की शुरुआत इंग्लैंड लॉयंस के लिए चुनौतीपूर्ण रहने वाली है, जबकि इंडिया ए अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहेगी।
अगर करुण नायर का यह प्रदर्शन इसी तरह जारी रहा, तो भारत की टेस्ट टीम में उनकी वापसी अब महज़ वक्त की बात हो सकती है।
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