बजाज फ्रीडम 125 सीएनजी मोटरसाइकिल: फ्लॉप या चुपचाप हिट साबित हो रही है?

बजाज नई दिल्ली, मई 2025 — बजाज ऑटो द्वारा जुलाई 2024 में लॉन्च की गई Freedom 125 CNG मोटरसाइकिल ने भारत की दोपहिया इंडस्ट्री में एक नई दिशा की शुरुआत की। यह दुनिया की पहली प्रोडक्शन CNG मोटरसाइकिल है, और इसकी लॉन्चिंग को उस समय एक साहसिक कदम माना गया था। अब लगभग नौ महीने और 50,000 यूनिट्स की बिक्री के बाद, सवाल उठ रहा है — क्या यह बाइक फ्लॉप साबित हुई या बाज़ार में एक शांत लेकिन मजबूत उपस्थिति दर्ज कर चुकी है?

सीमित लेकिन फोकस्ड सफलता

मोटरसाइकिल की औसत मासिक बिक्री लगभग 5,500 यूनिट्स रही है, जो बजाज की पेट्रोल रेंज, खासतौर पर Pulsar 125 (50,000+ यूनिट्स/माह) की तुलना में काफी कम है। लेकिन यहां तुलना करना उचित नहीं होगा, क्योंकि Freedom 125 का उद्देश्य एक विशेष वर्ग के ग्राहकों को लक्षित करना था, न कि मुख्यधारा को।

इस बाइक की सबसे ज्यादा मांग महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली-एनसीआर जैसे राज्यों में देखी गई है — वे राज्य जहां CNG इंफ्रास्ट्रक्चर पहले से मौजूद है। बजाज ने इस बाइक की बिक्री रणनीति को भी उन्हीं क्षेत्रों तक सीमित रखा जहां CNG स्टेशन सुगमता से उपलब्ध हैं। इसका मतलब है कि यह कोई अखिल भारतीय फ्लॉप नहीं, बल्कि रणनीतिक और सीमित रोलआउट है।

कम चलने का खर्च, कुछ व्यवहारिक समझौते

Freedom 125 की सबसे बड़ी खासियत इसका कम रनिंग कॉस्ट है। बजाज के अनुसार, यह बाइक पेट्रोल के मुकाबले लगभग 50% सस्ती चलती है। यदि कोई उपयोगकर्ता प्रतिदिन 50 किलोमीटर यात्रा करता है, तो वह हर महीने ₹1,000 से अधिक की बचत कर सकता है — जो मध्यम वर्गीय भारतीय उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ा आकर्षण है।

हालांकि, यह लाभ कुछ समझौतों के साथ आता है:

  • बाइक का इंजन प्रदर्शन से अधिक दक्षता पर केंद्रित है, जिससे हाईवे पर इसकी क्षमता सीमित हो जाती है।

  • डुअल फ्यूल सिस्टम के कारण वजन बढ़ गया है, जिससे इसकी फुर्ती थोड़ी कम हो जाती है।

  • CNG स्टेशन पर लंबी लाइनें एक और चुनौती हैं, क्योंकि अधिकतर स्टेशन कार और ऑटो के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

  • इसके अलावा, इसकी कीमत समान पेट्रोल बाइक की तुलना में ₹15,000–₹30,000 अधिक है।

बजाज की दीर्घकालिक रणनीति

Freedom 125 को सिर्फ बिक्री के लिए नहीं, बल्कि भविष्य की तैयारी के रूप में भी देखा जा रहा है। जैसे-जैसे पेट्रोल की कीमतें बढ़ रही हैं और सरकारें प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त नियम बना रही हैं, बजाज जैसी कंपनियाँ वैकल्पिक ईंधनों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।

बजाज इस बाइक को साउथईस्ट एशिया और अफ्रीका जैसे बाजारों में एक्सपोर्ट करने की योजना बना रहा है, जहां CNG इंफ्रास्ट्रक्चर भारत से भी बेहतर है। कंपनी यह भी मानती है कि यदि भारत में 2030 तक प्रस्तावित 17,000+ नए CNG स्टेशन स्थापित हो जाते हैं, तो इस तरह की बाइक्स का बाजार और भी बड़ा हो सकता है।

बाज़ार की बदलती दिशा और चुनौतियाँ

भले ही Freedom 125 एक अनोखा प्रयोग रहा हो, लेकिन चुनौतियाँ कम नहीं हैं।
भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है और बैटरी तकनीक में सुधार होने से उनकी स्वीकार्यता भी बढ़ रही है। वहीं, वैश्विक प्राकृतिक गैस की कीमतों में वृद्धि के कारण CNG और पेट्रोल के बीच का लागत अंतर कम हो गया है।

इसके अलावा, Freedom 125 में ABS जैसे आधुनिक सुरक्षा फीचर्स की कमी और इसका सरल डिज़ाइन युवा ग्राहकों को आकर्षित करने में विफल हो सकता है, जो अब अधिक स्टाइलिश और स्मार्ट फीचर्स वाली बाइक्स की अपेक्षा रखते हैं।

निष्कर्ष: समझदारी भरा प्रयोग, न कि नाकामयाबी

Bajaj Freedom 125 को देखकर यह कहना जल्दबाज़ी होगी कि यह बाइक फ्लॉप है। यह एक विशेष सेगमेंट को लक्ष्य कर के बनाई गई बाइक है और उसने उसी दायरे में अपनी उपयोगिता साबित की है।
50,000 यूनिट्स की बिक्री एक नई टेक्नोलॉजी के लिए छोटा आंकड़ा नहीं है, बल्कि यह बताता है कि भारत में वैकल्पिक ईंधन वाली बाइक्स के लिए जगह है।

यह बाइक एक साहसिक प्रयोग है — और अगर भविष्य में पेट्रोल की कीमतें और CNG की पहुंच बदलती है, तो Bajaj पहले से तैयार होगी। न तो ये बाइक फेल हुई है और न ही ये मिराकल हिट बनी है, लेकिन ये बाज़ार की दिशा को भांप कर किया गया एक समझदारी भरा निवेश ज़रूर है।

Home

Leave a Comment