विश्व उच्च रक्तचाप, जिसे हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन कहा जाता है, एक “साइलेंट किलर” के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसके लक्षण अक्सर दिखाई नहीं देते, लेकिन यह चुपचाप हृदय रोग और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। दीर्घकालिक स्वास्थ्य और भलाई के लिए रक्तचाप का नियंत्रण बेहद ज़रूरी है। हर साल 17 मई को मनाया जाने वाला विश्व उच्च रक्तचाप दिवस इसका उद्देश्य लोगों को उच्च रक्तचाप के खतरे के प्रति जागरूक करना और इसकी रोकथाम व प्रबंधन के प्रभावी तरीकों को बढ़ावा देना है।
HT लाइफस्टाइल से बातचीत में, डॉ. तुषार टायल, सलाहकार, आंतरिक चिकित्सा, सीके बिड़ला अस्पताल, गुरुग्राम ने कहा,
“उच्च रक्तचाप को साइलेंट किलर कहा जाता है क्योंकि यह सामान्यतः कोई लक्षण नहीं दिखाता लेकिन यह हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी फेल्योर जैसी गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों का कारण बन सकता है।”
डॉ. तुषार टायल ने उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित जीवनशैली में बदलाव सुझाए:
- स्वस्थ वजन बनाए रखें:
अत्यधिक शरीर का वजन दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है और रक्तचाप को बढ़ाता है। अपना बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 18.5 से 24.9 के बीच रखें। थोड़ा सा वजन कम करने से भी रक्तचाप में काफी सुधार हो सकता है। - संतुलित आहार लें:
DASH (Dietary Approaches to Stop Hypertension) डाइट अपनाएं। फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद खाएं। रोजाना 5 ग्राम से कम नमक का सेवन करें। सैचुरेटेड फैट्स और प्रोसेस्ड फूड से परहेज़ करें। - नियमित रूप से व्यायाम करें:
हर दिन कम से कम 30 मिनट तक सक्रिय रहें। तेज़ चलना, साइक्लिंग, तैराकी या योग जैसे नियमित व्यायाम रक्तचाप को नियंत्रण में रखते हैं। व्यायाम तनाव को भी कम करता है, जो उच्च रक्तचाप का एक प्रमुख कारण है।
4. शराब कम करें और धूम्रपान बंद करें:
अत्यधिक शराब का सेवन रक्तचाप को बढ़ा सकता है और हृदय को नुकसान पहुँचा विश्व सकता है। धूम्रपान से धमनियाँ संकरी होती हैं और हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है। धूम्रपान छोड़ने से हृदय स्वास्थ्य में बड़ा सुधार होता है।
5. तनाव को नियंत्रित करें:
लंबे समय तक बना रहने वाला तनाव रक्तचाप को बढ़ाता है। गहरी साँस लेना, ध्यान या माइंडफुलनेस जैसे विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें। पर्याप्त नींद लें और काम-जीवन का संतुलन बनाए रखें।
6.नियमित रूप से रक्तचाप की जांच करें:
खासतौर पर अगर परिवार में उच्च रक्तचाप का इतिहास है, तो ब्लड प्रेशर की निगरानी ज़रूरी है। घर पर मॉनिटर का उपयोग करें या डॉक्टर से नियमित जांच करवाएं। जल्द पहचान से बेहतर प्रबंधन संभव है।
7.दवाओं का पालन करें:
अगर जीवनशैली में बदलाव पर्याप्त नहीं हो, तो दवाइयों की आवश्यकता हो सकती है। अपने डॉक्टर की सलाह मानें और बिना परामर्श के दवा बंद न करें।
इन सरल लेकिन प्रभावी उपायों को अपनाकर उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है और एक स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है।
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